बचपन के दिन (लघुकथा)
बहुत दिनों बाद मम्मी ने आलू के पराठे बनाए थे, मैं दिल्ली से गांव गया हुआ था। दीदियां भी ससुराल ...
बहुत दिनों बाद मम्मी ने आलू के पराठे बनाए थे, मैं दिल्ली से गांव गया हुआ था। दीदियां भी ससुराल ...
भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। ऐसा पूरे विश्व में कहा जाता है मगर भारत के लोकतांत्रिक ढांचे ...
पिछले दो-तीन दिनों से देश का अधिकांश युवा सड़कों पर प्रदर्शन करता दिखाई दे रहा है। युवाओं को अपने भविष्य ...
भारत सरकार अग्निवीर योजना लेकर आई है। इस योजना के तहत 17 साल से लेकर 21 साल तक के युवा ...
भारत की आजादी के बाद से भारतीय मुस्लिम समाज को हाशिए पर धकेलने की लंबी साजिश चलती आई है। मुस्लिम ...
मई से जुलाई तक में भारत के सभी राज्य में लगभग सबसे अधिक गर्मी पड़ती है। अब सवाल उठता है ...
कैसी हो चली मेरे देश की राजनीति नेता आए दिन करते दल-बदल जनता बिखरी रोती रहती नहीं सुनता कोई चीख ...
गरीब ईश्वर में भक्ति और आस्था आशा से रखता है। अमीर ईश्वर में भक्ति और आस्था भय से रखता है। ...
कौन है ईमानदार शायद ही कोई हो मैं तो नहीं हूं क्या आप हो ? आप ईमानदार हो जरा मुझे ...
यह कौन मूर्ख कहता था। कि स्त्रियों! चूल्हा-चौका ही कर सकती है। बच्चे ही पैदा कर सकती है। चार-दीवारी में ...
© 2021 Shiksha Vahini