कुर्मी सौरभ भानु कटियार, शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र।
समाज को एकीकरण कैसे किया जाए इस बारे में काफी लोग भांति समझते और जानते होंगे, लेकिन कुछ लोग समाज एकीकरण नहीं चाहते हैं, इसलिए समाज को अनके संगठनों व पार्टियों बांट रखा है। लेकिन मेरा मानना है कि सबका मकसद एक ही होना चाहिए कि कुर्मी समाज एक हो और अपना सीएम व पीएम बनायें। इसके लिए इसलिए आपस के सभी मतभेद दूर करके सभी को एक होना पडेगा। सब मिलकर काम करेंगे तो परिणाम अच्छा ही रहेगा।
आज स्थिति ये है कि कुर्मी समाज का युवा भटक रहा है। किसी की समझ में ही नहीं आ रहा है कि वो किस पार्टी या संगठन में रहे। सभी कुर्मीजन कनफ्यूजन में हैं कि वो किसके साथ रहें और किसके साथ नहीं। हर संगठन व पार्टी उन्हें अपनी अपनी ओर खींच रहे हैं। इसलिए आज जरूरत इस बात की है कि कोई तो ऐसा हो, जो सभी को रहा दिखा सके कि समाज की भला किसके साथ जाने में है और किसके साथ जाने में नहीं।
कुर्मी समाज के अधिकांश इस बात को लेकर ही परेशान हैं कि जिस समाज के वीर शिवाजी, सरदार वल्लभ भाई पटेल, शाहू जी महाराज आदि पूर्वजों ने पूरे देश ही नहीं, बल्कि संसार को राह दिखायी, उस समाज में ऐसा कोई राष्ट्रीय नेतृत्व ही नहीं है, जो अपने बिखरे समाज को एकजुट कर सके, उनके कथित नेताओं को राह दिखा सके।