डॉ. अ. कीर्तिवर्धन, शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र।
मुखौटों कि दुनिया मे
रहता है आदमी,
मुखौटों पर मुखौटें
लगता है आदमी।
बार बार बदलकर
देखता है मुखौटा,
फिर नया मुखौटा
लगता है आदमी।
53 महालक्ष्मी एनक्लेव, मुजफ्फरनगर, उत्तर प्रदेश
© 2021 Shiksha Vahini