हवलेश कुमार पटेल, शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र।
इंडियन पोटाश लिमिटेड ग्रुप की इकाई रोहाना चीनी मिल के पेराई सत्र 2021-22 का आगाज पंडित शिवनारायण द्वारा कराये गये बाॅयलर पूजन के बाद प्रधान प्रबन्धक लोकेश कुमार द्वारा किया गया। प्रधान प्रबन्धक ने बताया कि इस वर्ष मिल की पेराई क्षमता 1600 टीसीसी से बढ़ाकर 2500 टीसीडी की गयी है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष मिल को विगत वर्ष 55 लाख कुन्तल से बढ़ाकर 58.04 लाख कुन्तल गन्ना आवंटित किया गया है। पेराई सत्र के उद्घाटन अवसर पर गन्ना विभाग के मुखिया नरेश कुमार, इंजीनियर भगत सिंह, कैमिस्ट पंकज बालियान, प्रबन्धक एचआर राकेश कुमार तिवारी, लेखाधिकारी नीरज यादव सहित मिल के सभी अधिकारी व कर्मचारियों से क्षेत्र के गणमान्य किसान मुख्य रूप से मौजूद रहे।
बता दें कि मामला चाहें सामाजिक सरोकारों से जुड़ा हो या गन्ना किसानों की सार्वजनिक या व्यक्तिगत समस्या हो, आईपीएल शुगर मिल रोहाना के प्रधान प्रबन्धक खुद को उससे जुड़ा पाते हैं। उनकी हर दम यही कोशिश रहती है कि जल्द से जल्द हर समस्या का समाधान हो। व्यवहार से सौम्य और शालीन लोकेश कुमार ने डेसू से बतौर इंजीनियर अपना कैरियर शुरू करने के बाद अपने 30 साल से भी अधिक के कैरियर में दर्जनों से अधिक गन्ना मिलों में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने के बाद अब आईपीएस गु्रप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। रोहाना की आईपीएल शुगर मिल के उत्थान में प्रधान प्रबन्धक के रूप में लोकेश कुमार के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है। वर्तमान में उनकी यहां दूसरी पारी है। उनके नेतृत्व में शुगर मिल ने वर्ष 2019-20 के पेराई सत्र में 198 दिन मिल चला कर पेराई का रिकार्ड तोड़ कर कीर्तिमान स्थापित किया था। मिल को इस वर्ष 32 लाख क्विंटल गन्ना पेराई का लक्ष्य दिया गया था, जिसने क्षमता से अधिक पेराई का रिकार्ड बनाकर 33 लाख 67 हजार क्विंटल गन्ने की पेराई की थी और गन्ना पूर्ण रूप से समाप्त हो जाने के बाद ही मिल को बंद किया गया था। वर्तमान सत्र में भी गन्ना मिल की पेराई क्षमता को 1600 टीसीसी से बढ़ाकर 2500 टीसीडी किया गया है।
ये लोकेश कुमार के अथक प्रयासों और उनकी काबलियत का ही परिणाम है कि आईपीएल की शुगर यूनिट रोहाना में कंप्रेस्ड बायो गैस प्लांट शुरू हो पाया। ज्ञात हो कि कंप्रेस्ड बायो गैस प्लांट का शुभारंभ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री द्वारा वर्चुअल रूप से करते हुए देश को समर्पित किया था। मिल के प्रधान प्रबन्धक लोकेश कुमार की मानें तो उक्त प्लांट प्रतिदिन 200 टन प्रेसमड से 10.2 टन सीबीजी गैस बनाने वाला भारत का प्रथम नवीनतम टेक्नोलाॅजी पर आधारित प्लांट बन गया है। उनके अनुसार प्लांट से जनपद के इंडियन आयल कारपोरेशन के तीन पेट्रोल पंपों को उच्च गुणवत्ता की सीबीजी गैस उपलब्ध कराएगा और इसके साथ ही प्लांट से बनने वाली निःशुल्क मिलने वाली आर्गेनिक खाद से क्षेत्र के किसानों को लाभ मिलेगा।
इंडियन पोटाश लिमिटेड ग्रुप की शुगर मिल रोहाना के प्रधान प्रबन्धक लोकेश कुमार व्यवसायिक व टेक्नोलाॅजिक गतिविधियों के साथ सामाजिक गतिविधियों में भी पूरी सजगता से अपनी भूमिका निभाने के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं। उनके नेतृत्व विगत दिनों कोरोना महामारी से बचाव के लिए क्षेत्र में लगातार जागरूकता अभियान संचालित किये जाते रहे हैं। इसके तहत उन्होंने क्षेत्र में मास्क का मुफ्त वितरण, गोष्ठी का आयोजन व सैनिटाइजर का छिड़काव कराने पर पूरा ध्यान केन्द्रित रखा है। उनके इन प्रयासों से जहां क्षेत्रवासियों को लाभ मिला, वहीं इसके लिए उन्हें भरपूर प्रशंसा भी प्राप्त हुई है। पर्यावरण दिवस हो या स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूर्ण होने पर आजादी का अमृत महोत्सव के आयोजन का मामला हो लोकेश कुमार के नेतृत्व में आईपीएल की रोहाना शुगर यूनिट सबमें अपनी भूमिका निभाती रही है।
ज्ञात हो कि अंग्रेजी शासन काल में अमृतसर से आए सरदार श्याम सिंह ने क्षेत्र में गन्ने की उपलब्धता को देखते हुए दी अमृत शुगर मिल के नाम से रोहाना में 1930 में 13 हजार क्विंटल की क्षमता वाली चीनी मिल स्थापित की थी। वर्ष 1933 में मिल ने पेराई प्रारंभ की थी, लेकिन बड़ा घाटा होने के कारण वर्ष 1972 में मिल को बंद कर दिया गया था। इसके बाद तत्कालीन सरकार द्वारा इस चीनी मिल को राज्य निगम के अधीन करते हुए किसानों का रुका हुआ भुगतान कराया था, लेकिन इसके बाद मिल के घाटे को देखते हुए तत्कालीन प्रदेश सरकार ने वर्ष 2010 में मिल को 55 करोड़ में आईपीएल के हाथों बेच दिया था, तब से ये मिल सफलता के कीर्तिमान स्थापित करती जा रही है। इससे पूर्व रोहाना कलां चीनी मिल का विस्तारीकरण 28 वर्षों से अधर में लटका पड़ा था। पेराई की क्षमता कम होने के कारण किसानों को परेशानी होती थी।