शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव सलोनी रस्तोगी ने बताया कि उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण से प्राप्त कलेन्डर के अनुसार प्रभारी जनपद न्यायाधीश व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष जयसिंह पुण्डीर के निर्देशन में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वाधान में भागवन्ती इण्टर कालेज में बालिकाओं के विधिक अधिकार व आत्म रक्षा विषय पर विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें बालिकाओं को भारतीय सविधान में बालिकाओं को प्राप्त मौलिक अधिकारों के सम्बन्ध में विस्तार से बताया गया।
भागवन्ती इण्टर कालेज में बालिकाओं के विधिक अधिकार व आत्म रक्षा विषय पर आयोजित विधिक साक्षरता शिविर में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव सलोनी रस्तोगी ने कहा कि आजादी के 75 वर्ष बाद भी हम धर्म, जाति , आपराधिक मानसिकता बेटा बेटी , भेदभाव , दहेज प्रथा जैसी कुरीतियों की बेडियों में जकड़े हुए है, जिनसे हमें स्वयं को मानसिक रूप से आजाद करने आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि वास्तव में इन सामाजिक बुराईयों को सोच में बदलाव लाकर समाप्त किया जा सकता है। जिला विद्यालय निरीक्षक गजेन्द्र सिंह ने कहा कि आजादी बहुत ही संघर्षों के बाद हमें मिली है, कही हम आजादी के मूल्य को भूल न जाये, इसलिए ये जागरूकता कार्यक्रम कराये जा रहे है। उन्होंने कहा कि धर्मवाद व जातिवाद व्यक्ति व पूरे राष्ट्र के विकास में बाधक होते है, जिनसे हमें दूर रहना चाहिए।
इस अवसर पर प्रधानाचार्य सीमा गोयल, जिला विद्यालय निरीक्षक गजेन्द्र कुमार, राजकीय इण्टर कालेज से विपिन त्यागी, प्रमोद कुमार आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहें।